दशरथ कुण्ड लोरी

दशरथ कुण्ड लोरी लोक मान्यता के अनुसार ‘लोरी‘ के निकट पहुँचकर श्रीराम को दशरथ जी के स्वर्गवास का आभास हो गया था। अतः उन्होेंने सीताजी तथा लक्ष्मण जी को जानकारी दिये बिना दशरथ जी का श्राद्ध किया था। जन श्रुतियों के आधर पर तथा परिस्थितिजन्य।