सरयू नदी के तट पर स्थित इस घाट के विषय में मान्यता है कि इस पवित्र घाट पर भगवान राम ने जल समाधि ली थी। 19 वीं सदी में राजा दर्शन सिंह द्वारा इसका नवनिर्माण करवाया गया था। घाट पर राम जानकी मंदिर, पुराने चरण पादुका मंदिर, नरसिंह मंदिर और हनुमान मंदिर स्थित है, जिसके लोग दर्शन कर सकते हैं।
The sacred ghat on the bank of River Saryu is believed to be the spot where Lord Rama took Jal Samadhi. It comprises a series of fine well-maintained Ghats built by Raja Darshan Singh in the first half of the 19th century. On the top of the Ghats there are the Sita-Ram Temple, the Chakrahari and the Guptahari shrines and Narasingh Temple.