इस मंदिर का विवरण रामायण महाकाव्य के विविध प्रसंगों में पाया जाता है| ऐसी मान्यता है की माता सीता अपने साथ देवी गिरिजा देवी की एक सुन्दर मूर्ति लेकर अयोध्या आई थी| महाराज दशरथ ने एक भव्य मंदिर का निर्माण कराकर उसमे उसी प्रतिमा की स्थापना करायी थी, माता सीता देवी की प्रतिदिन पूजा अर्चना करती थी| आज भी माता देवकाली की भव्य प्रतिमा यहाँ स्थित है|