भक्त कामदगिरि को श्रीराम का प्रत्यक्ष शरीर मानते हैं। श्रीराम यहाँ बहुत दिनों तक रहे थे। हजारांे श्रद्धालु नित्यप्रति इसकी परिक्रमा करते हैं। कुछ तो लेट कर परिक्रमा करते हैं।
चित्रकूट में श्रीराम वनवास से संबंधित बहुत से स्थल आज भी पाये जाते हैं। जैसे श्रीराम-भरत मिलन मंदिर, रामघाट, सीता रसोई, रामशैया, मंदाकिनी नदी आदि।
वा.रा. 2/56/12 तथा 18 से 35, मानस 2/132 दोहा से 2/141/2