बिहार के दरभंगा जिले में अहियारी में अवस्थित गौतम आश्रम अहल्या आश्रम के रूप में भी प्रसिद्ध है । कुछ लोग गौतम आश्रम तो कुछ लोग इसे अहिल्या आश्रम के रूप में पुकारते हैं । वाल्मीकि रामायण के अनुसार गौतम मुनि का आश्रम मिथिला के एक उपवन में था जहाँ अहिल्या शिला रूप में थी। यह स्थान अब अहियारी के नाम से प्रसिद्ध है।
पहले यहां तपोवन था। अब भी यहाँ चारों दिशाओं में चार ऋषियों के आश्रम हैं। याज्ञवल्क; जगवन, शृंगी, सींगिया, शृंगीभैरवा तथा गौतम ऋषि का आश्रम स्थित है। आज भी ये मंदिर बहुत प्रसिद्ध है तथा नये कार्य आरम्भ करने से पूर्व तथा संस्कार होने से पूर्व लोग अहिल्या माँ से आर्शीवाद लेने आते हैं।
यह आश्रम दरभंगा से पश्चिम उत्तर दिशा में लगभग 25 कि.मी. दूर है।
ग्रंथ उल्लेख
वा.रा. 1/48/11 से 33, 1/49/11 से 22
आगे का मार्ग
अहिल्या आश्रम से विश्वामित्र आश्रमः- कमतोल रे. स्टेशन- जगन – मेधुन – मुखियापट्टी-हरलाखी – विश्वामित्र चैक। एस.एच.- 75, राष्ट्रीय राजमार्ग – 104, 50 कि.मी.।