श्रृंगवेरपुर में गंगा नदी पार करते समय सीता माँ गंगा पार से एक मुट्ठी रेती लायीं थीं। उस रेती की कूरी कर उन्होंने भगवान शिव की पूजा की थीं। बाद में यहाँ शिव मन्दिर की स्थापना हुई।
ग्रंथ उल्लेख
वा.रा. 2/52/92, 93, मानस 2/101/1 से 2/103/1 2/104 दोहा ।