श्रृंगवेरपुर सिंगरोर-(गंगाजी) कभी निशादराज गुह की राजधानी थी। इसका वर्तमान नाम सिंगरोर है तथा इलाहाबाद से लगभग 20 कि.मी. उत्तर दिशा में गंगाजी के किनारे है। यहीं केवट प्रसंग हुआ था। निकटवर्ती स्थानों पर संध्या घाट, रामशैया, वीरासन, श्रीराम चरण पादुका, भरत डेरा, जटा वृक्ष आदि अनेक स्थल श्रीराम वनवास से जुडे़ हैं ।
ग्रंथ उल्लेख
वा.रा. 2/50/28 से 2/52/92 तक, मानस 2/86/1 से 2/101 दोहे तक।
आगे का मार्ग
श्रृंगवेर पुर से रामशैया सिंगरोर- सीताकुण्ड सिंगरोरः- श्रृंगवेरपुर – इलाहाबाद बाईपास रोड, श्रृंगवेरपुर रोड से मात्र 6 कि.मी. श्रृंगवेरपुर में संध्याघाट – रामशैया – चरण पादुका-सीताकुण्ड आयें। उत्तम यही रहेगा कि यहां यात्री वाहन छोडकर नाव द्वारा गंगाजी के पार शिव मंदिर कुरई जायें। गाड़ी इलाहाबाद हो कर गंगाजी के किनारे वापस कुरई आये तथा वहीं यात्री अपने वाहन में बैठे श्रीराम ने भी सीता कुण्ड से रथ वापस भेज दिया था। 41 कि.मी.।