नन्दी ग्राम में भरत जी तपस्या करते हुए श्रीराम के वापस अयोध्या आने की प्रतीक्षा कर रहे थे। इसी समय श्रीराम ने हनुमान जी को अपने समाचार देकर भरत जी से मिलने भेजा था। इस स्थल पर हनुमान जी व भरत जी की भावुक भेंट हुई थी।
वा.रा. 6/125/36 से 46, 6/126 पूरा अध्याय मानस 6/120 दोहा 7/1 दोहा से 7/2 ख दोहा।