यह स्थान अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार नेपाल में 86 किमी दूर स्थित है। यह भगवन बुद्ध का जन्म स्थान है। यहाँ से 60 किमी दूर सोनौली तक बसें चलती हैं और उसके आगे के 26 किमी के लिए नेपाल में उपलब्ध यातायात के साधनों का प्रयोग करना पड़ता है।
Month: January 2019
राप्ती नदी के तट पर यह स्थान सहेठ-महेठ के अवशेषों से चिन्हित है। यह प्राचीन कोसला साम्राज्य की राजधानी हुआ करती थी और बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए पवित्र स्थान माना जाता है, क्योंकि यहाँ भगवान बुद्ध ने नास्तिकों को सही दिशा दिखाने के लिए कई चमत्कार किये थे। इन चमत्कारों में बुद्ध ने अपने कई रूपों के दर्शन …
कुशीनगर, गोरखपुर से लगभग 53 किमी की दूरी पर स्थित है। ऐसा माना जाता है कि यहीं पर गौतम बुद्ध ने अपने जीवन की आखिरी सांस ली थी, जिस वजह से इसे प्रमुख बौद्ध तीर्थ स्थल भी माना जाता है। हर साल दुनिया भर से हज़ारों पर्यटक और श्रद्धालु यहां आते हैं। अनूठी डिज़ाइन वाले …
बहू बेगम का मकबरा नवाब शूजा-उद-दौला ने अपनी पत्नी उन्मातुज जोहरा बानो की याद में बनवाया था। यह मुगल स्थापत्य कला का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है। पूरे परिसर में चारो ओर हरियाली फैली हुई है। यह परिसर अब भारतीय पुरातत्व विभाग के अधीन है और शिया बोर्ड समिति द्वारा इसका प्रबंधन देखा जाता है। मुहर्रम के समय इसकी भव्यता …
भगवान राम तथा देवी सीता को समर्पित यह मंदिर नव निर्मित है| अयोध्या फैजाबाद मार्ग पर स्थित यह मंदिर अयोध्या बस स्टॉप के सामने है|