कहा जाता है कि नागेश्वर नाथ मंदिर को भगवान राम के पुत्र कुश ने बनवाया था। माना जाता है जब कुश सरयू नदी में नहा रहे थें, तो उनका बाजूबंद खो गया था। बाजूबंद एक नाग कन्या को मिला जिसे कुश से प्रेम हो गया। वह शिवभक्त थी। कुश ने उसके लिए यह मंदिर बनवाया …
65 फीट ऊंचे इस मणि पर्वत के विषय में मान्यता है कि हनुमान भगवान राम के भाई लक्ष्मण के लंका में मूर्छित होने पर इस पर्वत से संजीवनी बूटी लेकर आए थें। कुछ विद्वानों का यह भी मनना है कि यहीं से बौद्ध धर्म का उद्गम हुआ था। The 65-ft high Mani Parbat is believed …
नगर के केन्द्र में स्थित इस मंदिर तक 76 कदमों की चाल में पहुंचा जा सकता है। कहा जाता है कि हनुमान यहां एक गुफा में रहते थे और रामजन्मभूमि एवं रामकोट की रक्षा करते थे। मुख्य मंदिर में बाल हनुमान के साथ अंजनि की प्रतिमा है। श्रद्धालुओं का मानना है कि इस मंदिर में …
अयोध्या शहर के पश्चिमी हिस्से में स्थित रामकोट, अयोध्या में पूजा का प्रमुख स्थान है। यहां भारत और विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं का साल भर आना-जाना लगा रहता है। हिन्दू माह चैत्र या मार्च-अप्रैल में मनाया जाने वाला रामनवमी पर्व यहां बड़े जोश और धूमधाम से मनाया जाता है। The chief place of worship in …
रानी “हो” लगभग 2000 वर्ष पूर्व अयोध्या की रानी “रानी हो” जल मार्ग द्वारा भारत से कोरिया आ गई थी जिन्हें कोरियन नाम हू-वांग आक के नाम से जाना जाता है कोरिया जाकर उनका विवाह कर्क साम्राज्य के राजा ‘किम सूरो’ के साथ हुआ था अयोध्या में “रानी हो” की जन्मस्थली की स्मृति में वर्ष …