राम ने पहले भरत तथा लक्ष्मण की जटाएँ साफ करवायीं तथा फिर अपनी जटाएँ साफ करवायीं तथा शोभा यात्रा के साथ अयोध्या जी में प्रवेश किया। नन्दी ग्राम के पास ही यह जटाकुण्ड स्थित है। वा.रा. 6/128/13, 14, 15, मानस 7/10/1 से 4
अयोध्या जी नन्दी ग्राम के पास भादर्शा नामक एक बाजार है। भादर्शा का अर्थ है-भये दर्शन। अयोध्यावासियों को श्रीराम के पुष्पक विमान में दर्शन हुए थे। वा.रा. 6/127/30 से 39, मानस 7/4 दोहा 7/4 ख दोहा।