लोक मान्यता के अनुसार श्रीराम, लक्ष्मणजी तथा विश्वामित्र जी ने त्रिगना घाट से महानद सोनभद्र को पार किया था। यहां प्राचीन मूर्तियां खुदाई में मिली हैं। यह स्थान कोइलवर पुल से लगभग 8 कि.मी. दूर पड़ता है। वा.रा. 1/35/1 से 5
परेव पड़ाव का अपभ्रंश है। माना जाता है कि श्री राम लक्ष्मण जी तथा विश्वामित्र जी ने यहां पड़ाव डाला था। यह स्थान कोइलवर पुल के पास है। निकट ही मोहनेश्वर महादेव का मंदिर है। कुछ लोगों का विचार है कि उन्होंने सोनभद्र नदी त्रिगना घाट से पार की थी। दोनों में लगभग 5 कि.मी. …