लोक विश्वास के अनुसार नर्मदा जी के किनारे श्रीराम ने बिल्व पत्रों से भगवान शिव की पूजा की थी अतः बिल्वाम्रक तीर्थ है। पास ही कुब्जा नदी का पवित्र संगम है। श्रीराम मंदिर माच्छा होशंगाबाद मध्य प्रदेश में है। वा.रा. 3/6 पूरा अध्याय, मानस 3/8/3 से 3/9 दोहा तक।
नर्मदाजी के किनारे उमरधा के निकट पासी घाट में श्रीराम ने एक रात्रि विश्राम व स्नान किया था। निकट ही नर्मदा व दूधी नदी का पवित्र संगम है। वा.रा. 3/6 पूरा अध्याय, मानस 3/8/3 से 3/9 दोहा तक।