बृहस्पति कुुण्ड देव गुरु बृहस्पति ने यहाँ यज्ञ किये तथा आश्रम की स्थापना की थी। बाद में आश्रम में ऋषियों से मिलने श्रीराम भी वनवास काल में यहाँ आये थे। पहाड़ी खेरा से दक्षिण दिशा में 6 कि.मी. दूर बृहस्पति कुण्ड है। यहाँ बाघिन नदी की घाटी की प्राकृतिक छटा मन मोह लेती है।
वा.रा. 3/6 पूरा अध्याय, मानस 3/8/3 से 3/9 दोहा तक।
टिप्पणी: वाल्मीकि रामायण तथा श्री रामचरित मानस के अनुसार सिद्वा पहाड़ से सुतीक्षण आश्रम तक कोई संदर्भ नहीं मिलता। प्राप्त स्थल जन श्रुतियों तथा परिस्थिति जन्य साक्ष्य के आधार पर ही मिलते हैं।
बृहस्पति कुण्ड से सुतीक्षण मुनि का आश्रमः- बृहस्पति कुण्ड- उदयपुर-ब्रिजपुर-पहाड़ी खेरा रोड़- सारंगधर-सारंगधाम मंदिर। 25 कि.मी.