लखनेश्वर

श्री राम यात्रा पथ खोज में निश्चित रूप से अधिक स्थानों के नाम राम जी अथवा सीताजी से संबंधित मिलते हैं । पर यथास्थान भैया लखन लाल की स्मृति से संबंधित तीर्थ भी प्राप्त हुए हैं । सिदागर घाट से आगे बढ़ने पर उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में लखनेश्वर डीह तीर्थ इसका प्रमाण है ।

लखनेश्वर असल में लक्ष्मणेश्वर का अपभ्रंश है तथा डीह का अर्थ है मिट्टी का पुराना टीला। लोक कथा के अनुसार सरयू जी के किनारे विश्वामित्र मुनि के साथ जाते समय लक्ष्मण जी ने यहाँ शिवलिंग की स्थापना की थी।

कुछ सौ वर्ष पूर्व निकट ही एक तालाब से एक शिवलिंग प्राप्त हुआ है। नगहर के दूबे राजा वह शिवलिंग ले जाना चाहते थे किन्तु शिवलिंग निकालने में असफल रहे तब उन्होंने वहीं मंदिर की स्थापना कर दी। वह मंदिर आज भी यहाँ श्रद्धा का केन्द्र है।

ग्रंथ उल्लेख
वा.रा. 1/22/11 से 24 तक। मानस 1/205 दोहे से 1/208/2 तक

आगे का मार्ग
लखनेश्वर डीह से रामघाटः- लखनेश्वर डीह-कुतुबपुर-कसीमाबाद-रासड़ा-
माधोपुर-सँवरा-पहाड़पुर – चिलकहर- डुमरी-कासीमाबाद रोड़, 42 कि.मी.। पैदल 39 कि.मी.